पहले टिपण्णीयों के लिये हार्दिक धन्यवाद। मैं लिख लिख कर अपने हिंदी का अभ्यास कर रहीं हूँ। मेरी आशा हैं की मेरी हिंदी बेहतर होती जा रही हैं।
आज का संदेश-- चुनाव का क्या नतीजा होगा। मैं यह तो नहीं कह सकती के अमरीकी चुनाव मे कौन जीतेगा।। लेकिन यह ज़रूर कह सकती हूँ, कि यह चुनाव और अभियान देख ने लायक होगा। इस चुनाव मे जो नाफ्रतें और प्रतियोगिताएँ छुपी हैं अमरीकी समाज मे छुपी हुई हैं वह बाहर आएँगी। हमे इस को थोड़ा आभास हुआ था, एक दक्षिणी चुनाव मैं। वहाँ अमरीकी संसद के लिये एक अफ्रीकी-अमरीकी आदमी एक गोरे से लड़ रहा था । चुनाव के दोनो उम्मीदवार बहुत नज़दीक थे। फिर एक एड छापा गया जिस मे दिखाया की वह अफ्रीकी-अमरीकी आदमी एक मेम के साथ रिश्ता बना रहा था। यह महत्वपूर्ण हैं क्योंकि इतिहास मैं दक्षिण मे, जादातर, लोगों का मानना था की वह "लोग" मेमों को बह का देते। इस एड के बाद, गोरा जीता। बहुत लोगो का मनाना हैं की वह इस एड के कारण हारा। डेमोक्रटिक पार्टी के उम्मीदवारों मे एक अफ्रीकी-अमरीकी हैं , एक महिला हैं, एक लातीनी अमरीकी। यह सब अल्प-सान्ख्यक लोगो के प्रतिनिधि हैं। और जो इनके खिलाफ खड़े हैं, वह सारे गोरे, अमीर, आदमी हैं। तो इस चुनाव मैं आप बहुत एड देखेंगे। बहुत क्रोध। देखना होगा की अमरीका जीतता हैं, यह घृणा.
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
3 comments:
प्रिया जी आप इसी तरह लिखती रहिए। यह देखकर बहुत खुशी होती है कि जब भारत मे रहने वाली युवा पीढी अंग्रेजी को महिमामंडित करने मे लगी हुई है तब एक अमरीका मे बैठी एक भरतीय अपनी राष्ट्र भाषा के उन्नयन का प्रयास कर रही है। और यदि आपको किसी तरह की सहायता की आवश्यकता पढे तो बेहिचक कहियेगा मुझे प्रसन्नता होगी।
हिन्दी की सेवा के लिये आपको साधुवाद
विकास
और प्रिया जी यदि आप अनुमति दें तो मैं आपकी ब्लॉग की लिंक अपने ब्लॉग्स पर देना चहता हूं।
मेरे ब्लॉग्स हैं
http://kabadkhana.blogspot.com/
http://ishamammain.blogspot.com/
Post a Comment