Monday, October 15, 2007

त्यौहार मुबारक

थोड़े दिनों के लिए यहाँ कोई पोस्ट नहीं डाला। मैं अपने माता पिता के साथ अपने मामा, मामी, और उनको दोनो छोटे छोटे बच्चों से मिलने गई थी। उनसे मिल कर बहुत ख़ुशी हुई थी। मैं उनके बेटे से पहले बार मिल रहीं थी, क्योंकि वह अभी दो साल का हुआ हैं, और इतनी से मैं भारत नहीं गई हूँ। बेटी भी बहुत बड़ी हो रहीं हैं। अब ठीक से बातें भी करती हैं। हम सब कितने बड़े हो रहें हैं। मैं अभी बुआ हूँ! थोड़े ही दिनों मे, जब मेरे भाई का बड़ा बीटा के शादी होगी तो मैं... बोलूंगी भी नहीं।
मुझे नींद आ रही हैं। मैं नमसते कहना चाहती थी, लेकिन और मैं कल लिखूंगी। आशा हैं अगर आप मुसलमान हैं तो आपका ईद बहुत अच्छा रहा होगा। अगर आप यहूदी हैं तो आप को सुकोत मुबारक। अगर आप हिंदु हैं, तो नवरात्रि कि शुभकामनाएं। अगर मैं भूल गई तो मुझे याद करवाए की मैं विजय-दशमी/दशेरे पे धर्म के जीत के बड़े मे लिखूंगी। क्योंकि वह आज के समाज के लिए महत्वपूर्ण हैं और फिर त्यौहार के लिए कुछ करूँगी भी। अगर कोई और धर्म का कोई त्यौहार हैं जो मैं भूल गई, मुझे बताएगा। मैं दशेरे के बारे मे लिखूंगी केवल इस लिए कि मुझे इस त्यौहार के बड़े मे पता हैं, और ईद के बड़े मे कम। और गलत चीजों के साथ मैं किसी को क्रोधित नहीं करना चाहता।

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