Saturday, October 27, 2007

क्लास असैग्न्मंत

खोसला का घोसला आधुनिक काल के जीवन के बारे मी फिल्म हैं। एक फिल्म हैं कि पारिवारिक और कारोबारिक जीवन कैसे बदले हैं। पहले, बच्चे माँ और बाप का आदर करते थे, इस फिल्म मे बेटा, चेरी, चोरी चोरी- एक लड़की, मेघना से प्यार करता हैं और उसने अमरीका मे नौकरी के लिए अप्लिकेशन डाली। और जब नौकरी मिली, वह पापा को बता त हैं कि उसने नौकरी ली हैं, पूछ था नहीं। और पापा, के के खोसला, ने लॉट ख़रीदा ताकी परिवार एक साथ रह सके। वह सपने देखने लग गया और हार वक्त चाहता था कि परिवार मे सब सलाह दें और हिस्सा ले। लेकिन फिर चेरी उसको बताता हैं कि वह अमरीका जा रहा हैं। उसको एक और सदमा लगता हैं जब उसको पता चलता हैं कि ब्रोकर ने उसको लूटा हैं और नगर पाल गण भी लुट न चाहते हैं। उसके बाद वह आवेश मे आकर पहलवान से सहित मांगी। यह करने के बाद उसको पता लगता हैं कि पोलिस, ब्रोकर, और पार्टी मिले हुए हैं। वह नाराश जो जाता हैं, लेकिन इस मौक़े पे बरे बेटे, चेरी, को होश आता हैं। वह फिर पार्टी और ब्रोकर को लूटने का प्लान बनाया। यह करते करते वह कोशिश करता हैं कि पापा को मना ले। लेकिन पापा को बहुत घबराहट होती हैं। और वह अभी भी थोड़ा नाराज़ हुआ हैं। इस फिल्म मे दिखाते हैं कि नई भारत मे सब को अपने चीजों का बचाव करना पड़ता हैं। खोसला का सिर्फ एक दोष था- वह ज्यादा भरोसेमंद था। चेरी का दूसरा दोष था-- वह थोड़ा ज़्यादा अपने बारे मे सोचता था। दोनो का मिलाप होना पडा। खोसला को अपने आदर्श थोड़ा दबाना पडा और छल को अपने स्वीकृती देनी परा और चेरी को अमरीकी नौकरी। माँ को पत्नी के धर्म का थोड़ा उल्लंघन करना पडा।

अजीबो गरीब- वह एक अध्बुत किसम का आदमी हैं

अल्फाज़ -- गीत्काव्य मुझे अभी याद नहीं

हैरत से- यह तो बड़ी अस्चार्य की बात हैं!

करीब करीब - लग भाग तीन साल होगे भारत गए हुए।

कातिल - मैं खूनी नहीं हूँ।

जिस्म- उस का तन और शरीर पूरी तारा से ढाका नहीं हैं।

के मुताबिक - सह्पाटी के अनुसार हमे अभी निकलना ठीक हैं।

गुफ्तगू - उन से बातचीत शुरू हुई।

तकसीम करना- हमने लक्ष पालिया हैं।

तब्दीली- उसमे बदलाव आया हैं!

जाहिल - यह एक महामूर्ख हैं!

तमाम - साड़ी सृष्ठी खुश हुई hain।

दरियाफ्त- होने वाले बहु के परिवार के बारे मे हमने पूछताछ कर लिया।

बेशुमार - यह एक अनंत सागर हैं।

नतीजा - उस का परिणाम तो हार ही हो सकता हैं।

मुलाजिम - वह पाठशाला का अधिकारी हैं।

मुल्क- यह देश मुझे बहुत प्यारा हैं।

सरहर्द- सीमा पर फौज रक्षा के लिए खड़ी हैं।

हुकूमत -- मंत्रि-मण्डल इकात्रिक हो गया हैं।

महबूबा - यह मेरी प्रेमिका सोनी हैं।

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