Thursday, October 25, 2007

पहले, मैं उन लोगो को हमदर्दी प्रदान करूँ जो कैलीफोर्नीया के आग मे लोगों को खो गाए हैं यह जिन्होंने घर और संपती खोया हैं। जो लोग इस आग के कारण बेघर हो गाए हैं। मुझे बड़ा क्रोध आता हैं कि किसी ने जान्बूच के आग जलाई। आज एक समाचार पत्र मे अग्निशमक के नेता ने बोला कि सबसे क्रोध-दायक बात तो यह थी कि सब को पता था कि जब आग जलाया वह जल्दी फेलेगा। और सबसे हानीकारिक बात तो फेलाव ही हैं। तो इस आदमी का इरादा लोगों को मारना ही था। अगर उसका कुछ और इरादा था तो उसको मालूम होना चाहिए कि उसका यहीं अंजाम होगा। दस लाख लोग बेघर हो चुके हैं, एक काउंटी मे एक अरब का नुकसान हुआ हैं। यह कितनी बुरी बात हैं इससे भी साबित होता हैं--जब मुझे खबर मिल कि यह आग किसे ने जान बूच कर जलाया तो मैं बहुत थक हुई थी और समाचार अपने को जागे रखने के लिए देख रही थी। मुझे इतना क्रोध आया कि मैं उठ कर लोगों को बताने लगी।
और हाँ, अगर आपने न सुना हो, फॉक्स न्यूज़ ने अल काईदा को आग के लिए दोषी ठहराया। मैं बातें नहीं बना रही। सच कह रहीं हूँ।

No comments: