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Bharee Soch
Wednesday, November 21, 2007
कल मैं अपने बुआ के यहाँ आई हुई हूँ। मैंने सोचा कि थान्क्स्गीविंग के मौक़े पर मैंने सोचा कि मैं कृतज्ञता के बारे मे बात करूं। कभी कभी हम ज़्यादा उलाहना देतें हैं यह शिक़ायत करतें हैं। लेकिन मैं बड़ी भाग्यशाली हूँ । मेरे पास एक अच्छा परिवार h
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Main abhee padh raheen hun, yh meree pahlee hindi class hain. isleeye spelingz me abhee bahut galateeyan hain.
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